Adhikari News, Dabawali:सीआईए डबवाली ने पुलिस के लिए चुनौती बनी गांव खाई शेरगढ़ में हुई लूट की गुत्थी को सुलझाने में कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने एक आरोपी ाके धर दबोचा है। पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने लूट की वारदात को गंभीरता से लेते हुए सीआईए डबवाली की एक स्पेशल टीम गठित की थी। आरोपी की पहचान मनप्रीत उर्फ मन्ना पुत्र परमजीत वासी सच्चा सौदा मोहल्ला वार्ड न.9 रानियां जिला सिरसा रूप में हुई है।
इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक डबवाली सिद्धांत जैन ने बताया कि 3 दिसंबर 24 को प्रमोद कुमार पुत्र रोहताश निवासी खाई शेरगढ़ ने दरखास्त थाना औंढा में दी थी। जिसने अपनी शिकायत में बताया कि 2 दिसंबर 24 की रात्री को वह अपने परिवार सहित खाना-पीना खाकर अपने मकान में सो गया था।
रात को करीब 2 बजे अपनी छोटी बच्ची को दवाई दे रहा था। जो उसी समय 3 व्यक्ति दीवार फांदकर घर में प्रवेश हुए, जिन्होंने अपना मुंह ढका हुआ था और उनके हाथों में तेजधार हथियार कापा, चाकू व पिस्टल नुमा हथियार थे।
जो मेरे कमरे में आए और उन्होंने अपने हाथ मे लिया हुए हथियारों से शिकायतकर्ता व उसकी पत्नी को जान से मारने की धमकी देकर उनके पहने हुए सोना की चैन, अंगूठी और पत्नि के मंगलसूत्र, चैन वगैरा व परिवार के सदस्यों का अलमारी में रखा सोना, चांदी, नगदी व मोबाईल फोन पिस्तौल नुमा का भय दिखाकर बंधक बनाकर लूट कर ले गए थे।
साथ में शिकायतकर्ता की गाडी भी घर से ले गए थे। जो गाड़ी व मोबाईल फोन को कुछ दूरी पर वहीं छोड़कर चले गए थे। जो शिकायत प्राप्त होने पर थाना औढां में अभियोग दर्ज किया गया था।
पुलिस अधीक्षक डबवाली ने जानकारी देते बताया कि आरोपी मनप्रीत उर्फ मन्ना व उसके सह आरोपी जो मुकदमा में वांछित हैं। जो सभी आरोपी आपस मे जेल के दोस्त हैं और जेल से बाहर आने के बाद आपस मे मिलकर वारदात को अंजाम देते हैं। जो गैंग को जसवंत उर्फ जस्सी चलाता है।
सभी आरोपियों ने वारदात से पहले रानियां में इक_े होकर एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर गांव खाई शेरगढ़ पहुंचकर वारदात को अंजाम दिया था।
गैंग का एक व्यक्ति गांव से बाहर मोटरसाइकिल के पास रुक जाता है और बाकी व्यक्तियों में से एक व्यक्ति मेन गेट के पास खड़ा होकर बाहर की गतिविधियों पर नजर रखता है और बाकी सदस्य घरों मे लूट करते थे। अभी तक की पूछताछ में आरोपी ने पांच मुकदमा कबूल किए है।
गैंग के सभी आरोपियों नशा करने के आदि है और काफी सालों से चोरी, लढाई-झगडा, लूट की वारदात करते हैं । जो चोरी व लूट की वारदात के उपरान्त प्राप्त होने वाली राशि से नशापूर्ति, महिला मित्र का शौक, घर खर्च व अपने शौक पूरे करते थे।