Adhikari News, Dabawali:पुलिस अधीक्षक डबवाली सिद्धान्त जैन ने कहा है कि आज के समय में सभी स्मार्ट फोन का प्रयोग करते है। अब मोबाइल में कुछ App के जरिए cyber crime बढ़ रहा है। स्मार्टफोन में App Install करने से पहले आपको कई चीजों का ध्यान रखना होता है। एक गलती की वजह से आपको भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
धोखेबाजी द्वारा अपनाई जाने वाली कार्यप्रणाली :
पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि साइबर अपराधियों द्वारा SMS, सोशल मीडिया और इंस्टेंट मैसेंजर के माध्यम से कुछ link साझा किए जाते है जो अधिकृत संस्थाओं के मौजूदा ऐप जैसे ही दिखते है। इसके साथ ही धोखेबाज मोबाइल उपयोगकर्ता को लुभावने लिंक भेजता है जिस पर क्लिक करते ही उपयोगकर्ता का मोबाइल, लैपटॉप, डेस्कटॉप पर अनजान और असत्यापित ऐप्स डाउनलोड हो जाते है।
एक असत्यापित ऐप डाउनलोड होने के बाद धोखेबाज उपयोगकर्ता के डिवाइस तक पूर्ण पहुंच प्राप्त कर लेता है। जिससे धोखेबाज के पास उपयोगकर्ता के मोबाइल में मौजूद गोपनीय जानकारी और ऐप इंस्टॉल करने के बाद मोबाइल पर आने वाला कोई भी मैसेज, OTP इत्यादि पहुंच जाते है।
सावधानियां :
पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि आमजन अनजान और गैर सत्यापित स्त्रोतों या किसी अनजान के कहने से कभी भी कोई एप्लीकेशन अपने मोबाइल या कंप्यूटर में डाउनलोड न करे। डाउनलोड करने से पहले एक विवेकपूर्ण अभ्यास के रूप में डाउनलोड किए जा रहे ऐप के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल कर App की उपयोगिता रेटिंग आदि की जांच करे।
साथ ही किसी भी ऐप को डाउनलोड करते समय उसके द्वारा मांगी जाने वाली अनुमति जो आपके डेटा जैसे कॉन्टैक्ट्स, फोटो आदि तक पहुंच रखे , उसकी एक्सेस जांच ले और केवल वही अनुमति प्रदान करे जो उस एप्लीकेशन का उपयोग करने के लिए बहुत आवश्यक है।
आमजन किसी भी प्रकार का साइबर अपराध होने पर साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 और नजदीकी थाने में शिकायत अवश्य दे।