Inderjeet Adhikari, Sirsa: सिरसा नगर परिषद के घपले-घोटालों को लेकर विधायक गोकुल सेतिया ने पहल की है। उन्होंने बतौर सिरसा के विधायक प्रदेश के ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री अनिल विज को पत्र लिखकर सिरसा नगर परिषद के भ्रष्टाचार पर जोरदार चोट की है।
उन्होंने ठेकेदार मुकेश कुमार और दी सिरसा श्रीराधे को-ओपरेटिव सोसायटी तथा दि सिरसा अंकुश को-ओपरेटिव सोसायटी का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए इनके द्वारा किए गए कार्यों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
यहां वर्णनीय है कि नायब सरकार द्वारा प्रदेश स्तर पर जिन कमेटियों का गठन किया गया है, उनमें स्थानीय निकाय से संबंधित कमेटी का विधायक गोकुल सेतिया को सदस्य मनोनीत किया गया है। ऐसे में उनका सिरसा नगर परिषद के भ्रष्टाचार का मामला उठाना बेहद संवेदनशील श्रेणी में आता है।
बड़ी उम्मीद है कि अब नगर परिषद के भ्रष्टाचार का घड़ा अवश्य फूटेगा। दरअसल, सिरसा नगर परिषद में पिछले पांच वर्षों में तो भ्रष्टाचार के नए आयाम ही स्थापित कर डालें। अधिकारियों-ठेकेदारों व नेताओं की तिकड़ी ने हर काम में घपले की रणनीति तय की। यह तय किया गया कि कैसे सरकारी पैसे को हजम किया जाए।
पिछले पांच सालों से आमजन घपले-घोटालों को लेकर आवाज उठाता रहा। लेकिन किसी एक मामले की जांच की अनुमति नहीं दी गई। जिन मामलों को लेकर जांच कमेटी गठित करने की बात कहीं गई, वह आदेश ही हवाई हो गए।
विधायक गोकुल सेतिया ने ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री अनिल विज को सौंपी शिकायत में वर्ष 2023 में 10 करोड़ से 42 गलियों के निर्माण की जांच की मांग की है। साथ ही दी सिरसा श्रीराधे को-ओपरेटिव सोसायटी तथा दि सिरसा अंकुश को-ओपरेटिव सोसायटी द्वारा एक जनवरी 2024 के बाद से करवाई गई कार्यों की भी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
यहां वर्णनीय है कि सिरसा नगर परिषद द्वारा करवाए गए कार्यों की यदि निष्पक्ष जांच हो तो शायद ही कोई कार्य मापदंड पर खरा उतरें। विधायक गोकुल सेतिया ने नगर परिषद सिरसा के भ्रष्टाचार पर चोट मारकर आमजन का दिल जीत लिया है। उन्होंने आमजन के दिल की बात को आवाज प्रदान की है।