Adhikari News, Sirsa:चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय (CDLU) सिरसा के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा विद्यार्थियों के लिए फिल्म निर्माण पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों को समाजहित से जुड़े कार्यों को प्रभावी तरीके से कहानी के रूप में प्रस्तुत करने के लिए व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था। कार्यशाला के अंतर्गत विद्यार्थियों ने कैमरा के विभिन्न एंगेल्स के साथ -साथ कहानी लेखन की विभिन्न प्रविधियों को बारीकी से सीखा।
इस कार्यशाला में विभाग के पूर्व छात्र एवं जाने माने कहानी लेखक रमेश चहल ने बतौर रिसोर्स पर्सन शिरकत की। रमेश चहल ने प्रतिभागियों को बताया कि किस प्रकार वे प्रोड्कशन, डायरेक्शन व स्क्रिप्ट राइटिंग के क्षेत्र में अपना कैरियर चुन सकते हैं।
इस कार्यशाला में फिल्म निर्माण के विभिन्न चरणों के बारे में भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया गया। उन्होंने फिल्म निर्माण की तकनीकी बारीकियों और प्रभावी कहानी प्रस्तुतिकरण पर विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी जींद से ऑनलाइन जुड़े पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्राध्यापक दीपक ने प्रतिभागियों को बताया कि सिने फाउंडेशन हरियाणा द्वारा आगामी 07 व 08 मार्च, 2025 को रोहतक में हरियाणा फिल्म महोत्सव 2025 का आयोजन किया जा रहा है जिसके अंदर प्रोफेशनल तथा नॉन प्रोफेशनल कैटेगरीज में विद्यार्थी अपनी रूचि अनुसार पार्टिसिपेट कर सकते हैं और 15 जनवरी से 08 फरवरी 2025 तक इस महोत्सव में भाग लेने के इच्छुक प्रतिभागी अपना प्रोडक्शन वर्क जमा करवा सकते हैं।
इस अवसर पर विभाग के अध्यक्ष डॉ अमित सांगवान ने रिसोर्स पर्सन का स्वागत किया और कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर विभाग द्वारा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक के दिशा निर्देशन में करवाए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस युग में क्रिएटिव स्टूडेंट्स की डिमांड निरंतर बढ़ेगी और पत्रकारिता के विद्यार्थी अपनी सृजनशीलता को बढ़ा कर उद्योग जगत की मांग को पूरा कर सकते हैं।
फिल्म मेकिंग के क्षेत्र में भी गुणवत्ता को बढ़ाने में मल्टीमीडिया तकनीक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। रिसोर्स पर्सन का धन्यवाद विभाग के प्रो. सेवा सिंह बाजवा तथा डॉ. रविंद्र द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यशाला का संचालन डॉ. विकास, डॉ कृष्ण व डॉ. टिम्सी मेहता द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में बीए तथा एमए के 30 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया।